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Byomkesh Bakshi Episode 30: Saahi ka kanta (The Quills of the Porcupine, साही का कांटा, Shojarur Kanta, শজারুর কাঁটা)

Story and Plot (1967)

Two murder cases are reported in a park in the city. Both of these murders killers used thorn of a porcupine and both of the victims are from a lower class, such as beggars or some very poor man.

Meanwhile, Deepa is married to Debashish. Debashish has a big business and he alone owns all of his business and property. There is no one ahead or back to him. Deepa is not happy with this marriage and on the wedding day, she speaks to Debashish that she loves someone else, so keep Debashish away from her.

Apart from this, Deepa also keeps getting calls from her lover who tells her that he will soon separate her from Debashish. During to all this, Debashish is also attacked one day but he survives because the attacker poke a fork of the porcupine at his hearth, but in the examination of the doctor it is found that Debashish's heart is not on the left side but on the right side, due to which he survived.

शहर के एक पार्क एक के बाद एक 2 ख़ून होते हैं. ये दोनो ख़ून मारने वाले के दिल में साही का काँटा चुभा कर किए गए हैं और मारने वाले दोनो ही लोग निचले स्तर से हैं जैसे की भिखारी या फिर और कोई बहुत ग़रीब आदमी.

इसी बीच दीपा की शादी देबाशीष से होती है. देबाशीष का एक बड़ा कारोबार है और वो ही अकेला के इन सबका मालिक है. उसके आगे या पीछे कोई भी नहीं है. दीपा इस शादी से ख़ुश नहीं है और शादी वाले दिन ही वो देबाशीषको बोल देती है की वो किसी और को प्यार करती है इसलिए देबाशीष उससे दूरी बना के रखे.

इसके अलावा दीपा को उसके प्रेमी के फ़ोन भी आते रहते हैं जो उसको बोलता है की वो जल्दी ही उसको देबाशीष से अलग कर देगा.इन्हीं सब के चलते एक दिन देबाशीष पर भी हमला होता है मगर वो बच जाता है क्यूँकि की हमलवार ने उसके दिल में साही का काँटा भोंकने का प्रयास तो किया था मगर डॉक्टर की जाँच में ये पता चलता है की देबाशीष का दिल बाईं ओर ना होकर दाईं ओर है जिसकी वजह से वो बच गया.





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Byomkesh Bakshi Episode 19: Pahadi Rahasya (पहाड़ी रहस्य, Durgo Rahasyo, শৈল রহস্য 1958)


Story and Plot (1958)
Byomkesh came to meet a frind in pune and from there he goes to Mahabaleshwar. The hotel owner Sohraab Homji is known to his frind who warmly welcomes him. He tells Byomkesh the he baught this hotel just 2 months back and the hotel's earlier owner were two partners, Bengali Bijoy Biswas and Gujarati Manik Mehta. Manik Mehta was also indulged into some illegal deals and police was looking for him. This was the reason he wanted to sell this hotel so he can elope. He sold the hotel to Sohraab and then an incident took place. This was heard from Bijoy's wife Hemwati that Manik Mehta pushed Bijoy into the riffle where few ferocious aminal killed and ete him. Manik Mehta then disappeared with the all the money near 1.5 lac rupee and after this incident Hemwati also left Mahabaleshwar and then disappeared. Byomkesh's friend is saying in contrast to this that this was also planned conspiracy. He also tells that the day Bijoy died the same day all money from Bijoy's account was taken out while Manik's account still has twenty thousand rupees.
ब्योमकेश अपने एक दोस्त के यहाँ पुणे आया हुआ है और वहाँ से वो महाबलेश्वर घूमने आता है। जिस होटल मे वो रुका है वो सर्दी के चलते खाली पड़ा है और वहाँ उसकी मुलाकात होटल के मालिक सोहराब होमजी से होती है। सोहराब उसको बताते हैं की उसने ये होटल 2 महीने पहले ही खरीद है और इस होटल का उससे पहले मालिक भी बंगाली ही था जिसका नाम था बिजॉय बिस्वास और इसका एक गुजराती पार्टनर भी था माणिक मेहता है। 

 माणिक मेहता का इसके अलावा एक अवैध धंधा भी था जिसके चलते पुलिस उसके पीछे पड़ी थी और इसी के चलते वो होटल को बेचना चाहता था मगर होटल बेचने के बाद ही ऐसा सुनने मे आया की माणिक ने बिजॉय बिस्वास को जंगल मे धक्का दे दिया जिससे उसको शेर खा गए और माणिक उसके हिस्से के भी पैसे लेकर भाग गया। हादसे के बाद बिजॉय की पत्नी हेमवती वो जगह छोड़ कर चली गई और फिर उसका पता नहीं चल पाया। 

इसके विपरीत ब्योमकेश के दोस्त का कहना है ये कहानी पूरी तरह से सच नहीं है क्युकी वइजॉय के मरने के अगले ही दिन उसके बैंक से सारा रुपया निकाल लिया गया जब की माणिक के बैंक अकाउंट मे अभी भी 20000 रुपये पड़े हुए हैं।



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